Wednesday, 1 June 2016

Only shyari

[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: अगर सच में किसी का साथ ज़िन्दगी भर चाहते हो ,

तो उसे कभी मत बताओ की
उस से कितना प्यार करते हो��⚡������
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: काश दिल की आवाज़ में इतना असर हो जाए...

हम याद करें उनको और उन्हें ख़बर हो जाए !!!
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: शायर हूँ.. तो ग़मो से क्यों करूँ परहेज़..
हालात जितने नाज़ुक.. कलम उतनी ही तेज़..!!
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: इस दुनिया मेँ अजनबी रहना ही ठीक है….
लोग बहुत तकलीफ देते है अक्सर अपना बना कर !
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: अब तो खुद अपनी भी जरूरत नहीं है हमको,
वो भी दिन थे कि कभी तेरी जरूरत हम थे !!
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: ◊◊◊
दिल-ए-बरबाद को हम इसी तरहा बरबाद रखेगे।
जाने वाले तुझे आखरी सॉस तक हम याद रखेगे।।
◊◊◊
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: नब्ज़ मेरी देखकर मुझे भी इश्क का बिमार लिख दिया।
मेँ क्यूँ ना हो जाऊँ कुर्बान उस हकीम पे जिसने इलाज मे तेरा दिदार लिख दिया।।
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: ◊◊◊
तुम जिन्दगी मे आ तो गये थे मगर जाना जब तुम्ने चाहा।

हमने जान दे दी है मगर तुमको जाने नही दिया।।
◊◊◊
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: तू अगर छोड़ के जाने पे तुला है तो जा,
जान भी जिस्म से जाती है तो कब पूछती है.!
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: तुझसे बिछड कर एक पल भी जीना मुस्किल लगता है।
मानो ये दिल मेरा बस रोने के ही क़ाबिल लगता है।।
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: दोनो कदमो पर बैठकर मे आज ये इकरार करता हूँ।
तुम्से मे जान, जान से ज्यादा प्यार करता हूँ।।
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: घिरा हूँ तन्हाई
और उदासी में; इस कदर आजकल
भूल न जाऊँ इसलिए
ख़ुद ही से; ख़ुद की पहचान पूछ लिया करता हूँ !
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: ◊◊◊
तेरा चेहरा इन आंखो मे पुराना हो गया।
अब कही मिल...
तुझे देखे जमाना हो गया
◊◊◊
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: अजीब रंग का मौसम चला है कुछ दिन से;
नज़र पे बोझ है और दिल खफा है कुछ दिन से;
वो और थे जिसे तू जानता था बरसों से;
मैं और हूँ जिसे तू मिल रहा है कुछ दिन से।
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: मुझे इजाजत दे दो तुम्हारे इश्क में कुछ कर जाऊँ।
जी लूँ थोडा तुम्हारे प्यार में या कहो तो तुम पे ही मर जाऊँ।।
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: मोहब्बत मे मोहब्बत से मोहब्बत का दीदार किया।
मैने मोहब्बत से कही ज्यादा तुझे प्यार किया।।
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: ◊◊◊
हमने आपको निगाहों में बसा रखा है
आइना छोडिए आईने में क्या रखा है।।
◊◊◊
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: सीख रहा हूँ मै भी अब, मीठे झूठ बोलने की कला,,,
,,,

कड़वे सच ने हमसे, ना जाने कितने रिश्ते छीन लिए ..
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: ღღ__एक उम्मीद-सी है "साहब", जो जाने क्यूँ नहीं छूटी;
.
वरना इंतज़ार...वो भी तेरा और वो भी हम, खुदा खैर करे!!...
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: “महज़ इश्क़ के......... धागे से बंधा नहीं,
रूह के हर रेशे से जुड़ा है,
रंग अधूरे हैं.......... मेरी जिन्दगी के
तेरी चाहत के रंग के बगैर ".......!!
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: ◊◊◊
वो शख्स जो आईनो को भी हैरत मे डाल देता है।
खुदा किसी किसी को इतना जमाल देता है।।
◊◊◊
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: मुझसे अलविदा कहते हुए..........
मैंने जब उससे पूछा के कोई निशानी दे दो....?
वो मुस्कुराते हुए बोली जुदाई ही काफी है...ii
[7:50pm, 1/06/2016] Bhupendra SoNu: तुमने देखी नही हमारी, फूलों सी वफा...!

हम जिस पे खिलते है, उसी पे मुरझा जाते है..

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