[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: काश तू बकरी होती तो
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तेरे सींग अपने दोनों हाथो से पकड कर हिलाता
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और पूछता
"बता बेवफा कौन?":
और तू जवाब देती: मैँ.. मैं.. मैं....
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: ग्रुप का नया निर्णय।।
जो सदस्य 2 दिन में एक भी मैसेज नही करता है।
उसे गरीबी रेखा के निचे माना जायेगा.....!!❣
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: ऋषि मुनियों ने कहा है:
पति और पत्नि ये संसार की गाड़ी के दो पहिये है ….
इसमें का एक भी पहिया बिगड़ गया तो
संसार की गाड़ी चल नहीं सकती…इसलिए…
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बुद्धिमान लोग स्टेपनी रखते है !
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: एक अंग्रेज़ ट्रेन के Toilet में Bisleri की बोतल देख के ही बेहोश हो गया।
Oh my God!
हम जिसे पीते हैं उससे तो ये Indian धोते है ......
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu:
दुनिया के किसी भी पिता ने अपने पुत्र को पढ़ाई का महत्व इतने सरल तरीके से नहीं बताया होगा —–
“परीक्षा मे तेरे द्वारा दिया गया हर गलत उत्तर , तेरे भविष्य मे
होने वाले हनीमून को , स्विट्ज़रलेण्ड से छत्तीसगढ़ ले आएगा !
ये ध्यान रखना ।”
लड़का तुरंत पढ़ने बैठ गया
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: School Life का सबसे बड़ा झूठ
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"मेम Homework तो कर लिया था,
लेकिन कॉपी घर रह गयी."
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: एक गाँव की लड़की पर English सीखने का जुनून सवार
हो गया ।
ऑटो में बैठ कर जा रही थी
एक दम से धूल आई..........मुंह से
निकला
ओह माय god, eyes me रेता बड गया.....
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu:
कल एक शादीशुदा को उसका
रिश्तेदार शादी का कार्ड देने
आया
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तो उसने सहज स्वभाव पूछ लिया
........ घटनास्थल कहाँ है?
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: भारत सरकार का अहम फैसला.....
जिनके,
मोबाइल का कैमरा 5 mega pixel है,
उनको......
गरीबी रेखा के नीचे की श्रेणी में रखा जाएगा......
#ab batao kaun kaun hain..???
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu:
गजब परिवार
एक परिवार मे 4 बहने थी,
,
एक का नाम था -: टूटेली
दूसरी का नाम -: फटेली
तीसरी का नाम -: सङेली
चौथी का नाम -: म़रेली
एक दिन उनके घर पर गेस्ट आया !!!!
मम्मी ने पूछा , आप कुर्सी पर बैठे गे या नीचे चटाई पर ??
गेस्ट :- कुर्सी पर
मम्मी :- टूटेली कुर्सी लेकर आओ
गेस्ट :- नहीं नहीं ठीक है मैं चटाई पर बैठ जाता हूँ
मम्मी :- फटेली !! चटाई लेकर आओ !
गेस्ट :- रहने दीजिए मै जमीन पर ही बैठ जाता हूँ
( गेस्ट जमीन पर बैठ गया )
मम्मी :- आप चाय पीएँगे या दूध ??
गेस्ट :- चाय ☕☕
मम्मी :- सडेली !! चाय लेकर आओ
गेस्ट :- नहीं नहीं , चाय रहने दो ओर दूध ले आओ
मम्मी :- मरेली !! गाय का दूध लेके आओ
गेस्ट बेहोश
हँसो मत फारवर्ड करो
मार्केट में नया है
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: हँसना तो पड़ेगा यारा
चार उलटे सवाल + एक बोनस सवाल
कम से कम समय में जवाब देना है..
चलो आपका दिमाग देखते है..
पहला सवाल
*
आपने एक रेस में भाग लिया
और आपने दूसरे नंबर वाले रेसर को पीछे छोड़ दिया
बताओ आप किस नंबर पर पहुँच गए ..??
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अगर आपका जवाब है पहले नंबर पर..
तो ये गलत जवाब है
आप दूसरे नंबर वाले रेसर को पीछे छोड़कर उसके स्थान पर आ गए हो मतलब आपका स्थान दूसरा है..
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चलो दूसरा सवाल
कम से कम समय में जवाब देना है..
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आपने एक रेस में भाग लिया
और आपने सबसे पीछे वाले रेसर को पीछे छोड़ दिया
बताओ आप किस नंबर पर पहुँच गए ..??
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अगर आपका जवाब है सेकंड लास्ट नंबर पर..
तो ये गलत जवाब है
जो सबसे पीछे है उसे आप पीछे कैसे छोड़ सकते हो
आप उससे आगे हो तभी तो वो सबसे पीछे है
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चलो तीसरा सवाल
पहले से कम समय में जवाब देना है..
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उलझाने वाला गणित है लेकिन आसान है इसलिए पेन पेन्सिल और कैलकुलेटर का इस्तेमाल नहीं करना है
सिर्फ दिमाग इस्तेमाल करना है..
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1000 ले. अब उसमे 40 जोड़े. अब उसमे 1000 और जोड़े. अब इसमें 30 जोड़े. अब इसमें 1000 और जोड़े. अब इसमें 20 और जोड़े अब इसमें 1000 और जोड़े. अब इसमें 10 और जोड़े बताओ कितना जोड़ हुआ..??
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क्या आपका उत्तर 5000 है..??
यह गलत है इसका जवाब है 4100.
अगर आप चाहे तो अब पेन पेन्सिल और कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हो..!!
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चलो चौथा सवाल
पहले से कम समय में जवाब देना है..
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मैरी के पिता की पांच बेटी है
1. टाना
2. टेने
3. टिनी
4. टोनो
बताओ पांचवी का क्या नाम होगा
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क्या जवाब है .. टुनु
नहीं पांचवी बेटी का नाम मैरी है ऊपर लिखा तो था..!!
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पांचवा आखिरी सवाल बोनस वाला
पहले से कम समय में जवाब देना है..
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एक गूंगे आदमी को ब्रश लेना है तो वह दुकानदार से ब्रश कैसे मांगेगा..??
जवाब - मुंह खोलके दांत दिखाकर ऊँगली से ब्रश की तरह इशारा करके ठीक है ना
सवाल ये नहीं है
सवाल तो ये है की एक अँधा आदमी दुकानदार से चस्मे के लिए कैसे इशारा करेगा..??
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जवाब - अपने हाथों से आँखों पर चस्मे की तरह की आकिृति बनाकर.. है ना..
गलत जवाब
अँधा आदमी दुकानदार से बोलकर चस्मा मांगेगा वो गूंगा नहीं है..
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हँसना तो पड़ेगा यारा
अब सही सही बताना आपने कितने जवाब सही दिए..??
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: नये चुटकुले
लड़का : आप इतनी सुंदर कैसे हैं
स्वीटी : शराब के कारण.!!
लड़का : आप शराबपीती हैं?
स्वीटी : मैं नहीं कमीने, तू नशे में है इसलिए सुंदर दिख रही हूं.!!
She - क्या कर रहे हो ?
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He - मुंगफली खा रहा हूँ
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She : waaww अकेले अकेले
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He - अब 10 रुपये की मूंगफली में भंडारा करू ?
Breakup
मच्छर स्टडी कर रहे थे।
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पहला मच्छर- मैं तो आगे डॉक्टर बनूगाँ।
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दूसरा मच्छर- मैं तो आगे चलकर इजीँनियर बनूगाँ।
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इतने मे आन्टी ने मॉरटिन जला दिया।
दोनो मच्छर बोले- बुढिया ने सारा कैरियर खराब कर दिया।
बेटा: पापा, मैं पार्टी के लिए अपने दोस्त के घर जा सकता हूँ ?
पिताजी: मुझसे मत पूछो, अपनी माँ से पूछो।
माँ: मुझसे मत पूछो, अपने पिताजी से पूछो।
बेटा: ये साला घर है या भारतीय स्टेट बैंक की ब्रांच ?
दादी को गीता पढ़ते देख पोते ने अपनी मां से पूछा ,
मां दादी कौन की परीक्षा की
तैयारी कर रही हैं ?
मां : बेटा ये फाइनल ईयर की तैयारी कर रही हैं.
पेशंट:- डॉक्टर, प्लास्टिक सर्जरी कराना हैे, कितना खर्च होगा?
डॉक्टर:- ३ लाख रुपये.....
पेशंट:- (थोडा विचार करके) और प्लास्टिक मै दु तो?
डॉक्टर: फिर फेविकॅाल भी ले आना फ्री में चिपका दूंगा ....
☝
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu:
कैसी विडंबना है ???
केले खानें से हड्डी मजबूत
होती है ,
और केले के छिलके पर पैर
रखने से टूट जाती है ।
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: आज का ज्ञान
विवाह गठबंधन जोड़ने के लिये लड़का-लड़की की कुंडली जाँचने के बजाय उनके मोबाईल ही जाँच ले तो......
ग्रह-तारे सब उसमें ही दिख जायेंगे.
हरीओम !
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: *क्या रखा है इस किताबी संसार में,*
*आओ बिना पढ़े टाप करें बिहार में।*
[3:15pm, 14/06/2016] Bhupendra SoNu: She : Tumhari gf he?
He : Nahi.. kyo tumhe banna he?
She : Nahi.
He : To dukhti nash pe hath kyo rakhti ho
[8:15am, 15/06/2016] Sonu Bhoyer Kanki: एक कहानी जो महोब्बत का अंजाम दिखाती है।
,महोब्बत तू इतनी महंगी क्यूँ है
दास्तान घर से भागे प्रेमी की
ट्रेन तेज़ स्पीड से दौड़ रही थी। उसी गति से मेरा दिमाग भी भाग रहा था कि अब क्या होगा?
कहाँ जाएगें?
किस्मत दगा देगी या मौका?
जर्नल डिब्बे की बर्थ सीट पर थे हम दोनों। प्रीति गहरी नींद में सो रही थी। उसका सर मेरे पैरों पर था। नींद में भी उसके चैहरे पर मासूम और निश्छल मुस्कान खिल रही थी। जाने वो जीत की ख़ुशी झलक रही थी या उसके सोने का अंदाज ही ऐसा था। न चिंता न फ़िक्र। ऐसे सो रही थी जैसे डोली में घर से विदा हो रही हो। जबकि हम दोनों महोब्बत में पागल होकर घर से भाग आए थे।
मैं बहुत ज्यादा भयभीत था। हर उस मुसाफ़िर को शंका की दृष्टि से देखता था जो किसी स्टेशन पर डिब्बे में नया आता था। दिल चाह रहा था ट्रेन तेज़ चले, बहुत तेज; ताकि हम लोग जल्दी से जल्दी घर से दूर हो जाए।
प्रीति के भाइयों के हाथों खाई मार मुझे रह-रह कर याद आ रही थी। कम्बख्तों ने इतना मारा था कि महीने भर बाद खाट से उठ पाया था मैं। मग़र आज महोब्बत जीत गई थी और महोब्बत पर पहरा लगा देने वाले हार गए थे।
अलग जात के थे हम दोनों। परिवार वाले शादी के लिए नही माने। ऊपर से गाँव भर में बदनाम हो गए थे। आशिकी मशहूर हो गई थी हमारी।
हालांकि भागने का निर्णय प्रीति का था मेरा नही। उसने जिद बनाली थी मेरे साथ रहने की। एक सयोंग था दोनों की पारिवारिक स्थिति में। वो पाँच भाइयों की इकलोती बहिन् थी और मैं पाँच बहनो का इकलौता भाई। दोनों लाडले थे अपने घर में। लाडलो ने आज ग़ुल खिला दिया था। घर वालों की बची-खुची इज्जत की धज़्ज़ियाँ उड़ाकर भाग आए थे।
भागते नही तो क्या करते ? मैं उसके बिना जी नही सकता था और वो मेरे बिना मर जाती। बेइन्तहा महोब्बत ने अनजान मंजिल का सफर थमा दिया था जिस पर हम चल पड़े थे और चले जा रहे थे। कभी-कभी घर वालों की चिंता भी होती। जिसे दिमाग से बिना सोचे झटकना पड़ता था। अपना घर छोड़ना बहुत कठिन होता है। खुद को लाश बनाना पड़ता है, ऐसे ही नही छोड़े जाते अपने।
गाँव छूट रहा था, अपने छूट रहे थे, फिर भी एक जोश था, एक सुरूर था, एक नशा सा था। ये होसला भी जवानी में ही होता है। ज्यो-ज्यों उम्र बढ़ती है रिस्क लेने की क्षमता कम होती जाती है। हम दोनों उम्र के उस मोड़ पर थे जहाँ दुनिया बहुत छोटी नजर आती है और खुद का व्यक्तित्व विशाल। प्रीति 20 की थी और मैं 22 साल का।
एक दूजे में खोए हुए हम मायानगरी मुम्बई पहुंच गए। चार-पाँच दिन एक सस्ते से होटल में रहे। इस दौरान हमने एक आर्यसमाज ट्रस्ट खोज निकाला। और वहाँ मंदिर में पूरे विधिविधान के साथ शादी कर ली। अच्छा तो तब लगा जब चार किराए के गवाह मिल गए। ये लोग ऐसी संस्थाओं के आगे दुकान खोले बैठे रहते हैं। साथ रहने का वैधानिक प्रमाणपत्र पा लिया था हमने।
एक बात स्पस्ट कर दूँ कि हमारे बीच शारीरिक सम्बन्ध शादी के बाद ही बने। वो पवित्र सम्बन्ध जो दो जिस्मो को मिला देते हैं, जहाँ नए जीव के आगमन की अवधारणाएं उतपन्न होती है। उस मर्यादा को एक विश्वास के साथ हमने निभाया।
शादी के बाद एक "खोली"(कमरा) हमने किराये पर ली और गृहस्त आश्रम में प्रवेश कर गए।
सचमुच जिंदगी बहुत हसीन लगने लगी। हमने हर पल को खुशगवार लम्हों में जीया। पूरे दिन प्यार की पिंग और मौज़मस्ती, घण्टो समुद्र किनारे पड़े रहना एक दूसरे में खोकर। हाँ चेहरा छुपाकर या हुलिया बदल कर घुमा करते थे। पकड़े जाने का डर दिल से निकल नही रहा था।
साथ ही एक समस्या और खड़ी होती जा रही थी। पैसे धीरे-धीरे खत्म होते जा रहे थे। चिंताए बढ़ रही थी। अब मैं अधिकतर काम की तलाश ने घूमने लगा। मग़र मनमाफिक काम नही मिला और पैसे पूरी तरह खत्म हो गए। खाने के लाले पड़ने लगे। तो थक-हार कर मैंने मजदूर का काम करना शुरू कर दिया। दिनभर तगारी ढोता और थका-हारा घर पहुंचता। इस बीच प्रीति को अकेले रहना पड़ता। वो दिनभर अकेली पड़ी बोर हो जाया करती थी।
क्या करता मैं? पेट भरने के लिए कमाना भी जरूरी था। ज्यों-ज्यों वक़्त गुजरा जिंदगी और मुश्किल होने लगी।
उसे अकेलेपन ने चिड़-चड़ा कर दिया था। लड़ने बैठ जाती। कई बार बात बढ़ जाया करती थी। एक दूसरे पर दोषारोपण भी करने लग जाते थे। वो कहती मेरे कारण उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई और मैं कहता उसके कारण मैं बर्बाद हो गया। कोई समझाने वाला भी नही था। अरेंज मैरिज में नाते-रिस्तेदार और सगे-समबन्दियों और अपनों का दबाव होता है। न लड़ने देते हैं न बिछड़ने। मग़र प्रेम विवाह में सिर्फ और सिर्फ अपनों की बद्दुआएं होती है। उनके दिल से निकली हाय होती है। इसी कारण तो ऐसे 99 प्रतिशत विवाह असफल हो जाते हैं।
मग़र लड़ाई के अंत में दोनों रोकर शांत हो जाया करते थे। ग्रेजुएट थे दोनों। समझदार थे। कुछ पलों का आवेश होता था। फिर प्रेमधार बहने लगती। एक दूसरे के
[8:15am, 15/06/2016] Sonu Bhoyer Kanki: एक बच्चा जला देने वाली गर्मी में नंगे पैर गुलदस्ते बेच रहा था.
लोग उसमे भी मोलभाव कर रहे थे।.
एक सज्जन को उसके पैर देख कर बहुत दुःख हुआ, सज्जन ने बाज़ार से नया जूता ख़रीदा और उसे देते हुए कहा"बेटा लो, ये जूता पहन लो".
लड़के ने फ़ौरन जूते निकाले और पहन लिए.उसका चेहरा ख़ुशी से दमक उठा था.वो उस सज्जन की तरफ़ पल्टाऔर हाथ थाम कर पूछा,
"आप भगवान हैं?."
उसने घबरा कर हाथ छुड़ाया और कानों को हाथ लगा कर कहा, "नहीं बेटा, नहीं, मैं भगवान नहीं".लड़का फिर मुस्कराया और कहा,"तो फिर ज़रूर भगवान के दोस्त होंगे,.
क्योंकि मैंने कल रात भगवान से कहा था कि मुझे नऐ जूते देदें"..वो सज्जन मुस्कुरा दिया और उसके माथे को प्यार से चूमकर अपने घर की तरफ़ चल पड़ा..अब वो सज्जन भी जान चुके थे
कि भगवान का दोस्त होना कोई मुश्किल काम नहीं...
खुशियाँ बाटने से मिलती है मंदिर में नही Good morning all friends
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