Wednesday, 27 July 2016

NeW ShYaRi

दर्द आँखों से निकला
तो सबने बोला कायर है ये...

जब वही दर्द लफ़्ज़ों से निकला, तो सब बोले शायर है ये....!!
तेरी आँख का ❝ काजल ❞ हु मैं...


*रोया मत कर तेरे ❝ रोने ❞ से मिट-ता है वजूद मेरा..!!*
��कौन सी बात है तुम में ऐसी,
इतने अच्छे क्युं लगते हो...!!!��
✍तेरी गलियो में आने से,
दुश्मनी हो गई जमाने से !!✍
*" वो कहते है कि तुम्हारा लिखा.. मुझे समझ नहीं आता,,*

*"..मैंने कहा जरा दिल से समझो ..हर चीज ये दिमाग समझ नहीं पाता !.........*��
#_कारगिल_विजय_दिवस

शम्मा-ए-वतन की लूह पर जब क़ुर्बान पतंगा हो„„„
होठो पर गंगा हो, माथे पे तिरंगा हो !

����_शहीदों_को_शत्_शत्_नमन����

*KargilVijayDiwas*
बहुत कुछ छिपा होता है..
.
उन   Texts  में..जो हम  Type   करके...
बिना   Send  किये ही Delete  कर देते हैं..!...������
..
*ajjubaba*
इसे मैं लाख सँवारूँ इसे मैं लाख सजाऊँ,

अजब मकान है,

कम्बख़्त घर नहीं बनता,,,,,��
ज़िन्दगी इतनी भी आसान नहीं होती...

मुश्किलों में मुस्कुराने की आदत डाल लीजिये...!!!
��
एक तीर चढ़ा रखा है धनुष पर मैंने बुराई मिटाने की ख़ातिर...

पर जब भी कहीं बुराई ढूँढता हूँ...

सूरत अपनी ही नज़र है आती..��
“व्यवहार” ज्ञान एवं पैसे से
भी बड़ा होता है,
क्योकि
"जब ज्ञान और पैसा विफल
हो जाता है, तब “व्यवहार” से
स्थिति सम्भाली जा सकती है" ����������
*��अपने हिसाब से जियो।*
*लोगो की सोच का क्या*?
*वो तो कंडीशन देखकर बदलती*
*रहती है।*
*चाय में मक्खी गिरे तो चाय को फेंक देते है*,
*और देसी घी में गिरे तो*
*मक्खी को।*��
Very nice poem:
*मंदिर* में दाना चुगकर चिड़ियां
*मस्जिद* में पानी पीती हैं
मैंने सुना है *राधा* की चुनरी
कोई *सलमा* बेगम सीती हैं                        
एक *रफी* था महफिल महफिल
*रघुपति राघव* गाता था
एक *प्रेमचंद* बच्चों को
*'ईदगाह'* सुनाता था
कभी *कन्हैया* की महिमा गाता
*रसखान* सुनाई देता है
औरों को दिखते होंगे
*हिन्दू* और *मुसलमान*
मुझे तो हर शख्स के भीतर
*इंसान* दिखाई देता है...

����������
Ae Barish jara tham ke baras,��
Jab mera yaaar aa jaye to jam ke baras,��

Pehle na baras ki woh aa na sake,��
Phir itna baras ki wo jaa na sake...!??��
अगर ‎प्यार‬ करना ‪सिखना‬ है तो ‪माँ‬ से सीख,
जिनका प्यार कितनी भी ‪नफरत‬ के बाद भी ‎पहले‬ जैसा रहता है !!
❥�� कितना मधुर »» सफ़र हैं..

�� तू मेरा ╠╣υრֆaғaR हैं..☺�� ❥
��श्री हरि कहते हैं��
जीवन की कुछ सबसे अच्छी खुशियाँ बड़ी साधारण होती हैं| अपने जीवन को इनसे भर लीजिये और आपका ह्रदय प्रसन्न हो जायेगा|
��जय श्री हरि��
यू ही दर्द क्या लिखा हमने तेरी जुदाई का

बस लोगो की वाह वाह ने हमे शायर बना दिया.........
मुझे किस तरफ़ जाना है कोई ख़बर नहीं..

मेरे रास्ते भी खो गऐ मेरी मुहब्बत की तरह...����
यू ही दर्द क्या लिखा हमने तेरी जुदाई का

बस लोगो की वाह वाह ने हमे शायर बना दिया.........
मुझे किस तरफ़ जाना है कोई ख़बर नहीं..

मेरे रास्ते भी खो गऐ मेरी मुहब्बत की तरह...����
बडी बरकत है आपके ईश्क में,
जब से हुआ है,❤
दूसरा कोई दर्द ही नही होता..����
❤"✨क्या ख़बर होगी तुझे ए मेरे प्यार,

मैंने आँखें भर भर के तेरे लिये दुआ माँगी है
��माँ और क्षमा दोनों एक है...

क्योंकि माफ करने में दोनों नेक है...����������
नशा दौलत का हो, या शोहरत का
चूर कर देता है।
और नशा अगर मोहब्बत का हो,तो मशहूर कर देता है।
दोस्ती का शुकि्या कुछ इस तरह अदा करू,

आप भूल भी जाओ तो मै हर पल याद करू,

खुदा ने बस इतना सिखाया मूझे,

कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करू����
����हम से उलझने से पहले हमारा इतिहास जान लेना,

सीधा चेहरा इतिहास गहरा !!����
����मोहब्बत का असर मैं कुछ इस कदर जिन्दा कर देता हूँ,

दुश्मनो को भी गले लगाकर शर्मिन्दा कर देता हूँ !!����
❥➠ *अरे  ��agLi  तू  ოɷhabbat  है  मेरी �� ₸hoda ❣ अकड़  कर  chala  कर ღ��ღ*
����मैं अख़बार नहीं जो दुसरे दिन पुराना हो जाऊं,

मैं जिन्दगी का वो पन्ना हूँ जहां लम्हे ठहर जाते है !!����
❥➠ *~вïท~*  ~*ρнεяε*~ ��
       卄บⓂ ❣ *тεяε* ❦��❦
����आँख बंद करके चलाना खंजर मुझ पे,

कही मैं मुस्कुराया तो पहले तुम मर जाओगे !!����
❥••➻ *Koï  ทα ❣ кoï  ςнαïγε �� 卄บო  ρε  Ⓜαяทε  พαℓα  ❦��❦*
तुम्हारी याद की खुशबू को लेकर जब हवा आयी
मैं तेरे दिल में बसता हूँ कुछ ऐसी ही सदा आयी.......!!
तबस्सुम भी उन्हीं का और शोखी भी उन्हीं की है
हमारा अश्क अपना और चेहरे की हया उनकी........!!
मुझे मेरा ये शौक मार डालेगा
.......
तुम्हें सोचना और खुद को भूल
जाना ......
अनदेखे बेनाम धागों में यूं बांध गया कोई...
की वो साथ भी नही और हम आजाद भी नही...!!
❥➠ Ⓜαï  ïรнq  usкα ↝ νɷ  Aαรнïqบï  卄αï  რεяï �� ↬ *νɷ ❣ Lα∂кï  Иαнï  zïท∂αgï  卄αï  რεяï* ❦��❦
����सबको हँसता ही देखना चाहता हूँ मैं,

किसी को धोखे से भी रुलाना मेरी आदत नहीं !!����
खामोश हूँ मै तो क्या, तू भी तो आवाज़ दे कभी,

मै भी तो समझूँ कि, तू कितनl  बैचेन है मेरे लिए...❤
❥➠ *Tบ  ℳααท ❣ γα  ~ทα  ℳααท~* ��
        *U  Ⓜïรร  რε  ℳεяï  ʝααท ❦��❦*
����हमे अकेले रेहने का कोई शौक नही पर क्या करें,

हमारा तेवर झेल सके वो आज तक मिली ही नही !!����
होता है
अफसोस
कभी-कभी
तेरे बदल जाने का भी,

मगर तेरी कुछ
बातों ने मुझे जीना सीखा दिया ������
❥➠ जाने  अनजाने  में  क्या ❣से  क्या 
हो  गया ��

*I  Aო  Soяяγ  ραя  ₸บⓂรε  pγαя*
*卄ɷ  Gγα* ❦��❦
"इक बार गले मिलकर....... रोने जो दिया होता
इक पल तो मोहब्बत को...... मैंने भी जिया होता"��
:✪↬��जिस शक़्स की ❥ गलती ✖गलती न लगे,➯उसे मोहब्बत कहते हैं ↫✪:������
"अधूरेपन का मसला जिंदगी भर हल
नही होता,

कहीँ आँखें नही होतीं, कहीँ काजल
नही होता...✍��
❥••••► Ⓜεяï  вαвγ  кɷ «« *вαรร* »» ทнï �� რεяï  вαвγ  кɷ  *вบร*  რαï ❣ ραรαท∂  卄บ ❦��❦
_*हमे नही है*_
_*चाह किसी और की*_„

_*एक तुम मिल जाओ*_
_*बस इतना ही काफी है*_!!
☆♡♡♡☆❤
����हम चीज़ महँगी और महान बेचते है,

लोग इमान बेचते है और हम मुस्कान बेचते है !!����
❥➠ Sαв  кบcн ❣ ℳεяε  ℓïγε ↝ тεяε  вαα∂  卄αï ↦ 1ɷɷ  вαтo  кï ↬ εк  вααт  卄αï ❦��❦
����रखते हो शौक तो आओ मैदान में,

करन जी

कुछ हमने गंवाया है कुछ तुम भी गँवा लो !!����
एक दौर था जब तुमसे ज़माने भर की बातें करते थे..
आज ज़माने भर से तुम्हारी बातें करते हैं..
मुझसे नफरत करनी है तो... बेशक कर.!! पर कमबख्त
उतनी तो कर.. जितनी मैंने मोहब्बत की थी..!!!
����लोग हमे इसलिए बड़े लोग बुलाते है क्योंकि,

हमारी महफ़िल में आकर कोई किसीको छोटा नहीं समजता !!����
एक उसूल पर गुजारी है जिंदगी मैंनें,
जिसको अपना माना उसे कभी परखा नही..������
����नफ़रत करना तो कभी सिखा ही नहीं,

मैंने तो दर्द को भी चाहा है अपना समज कर !!����
अलविदा कहते हुए जब उनसे कोई निशानी मांगी,

वो मुस्कुराते हुए बोले की जुदाई काफी नहीं है क्या !!��
����हम वो नहीं जो चार दीवारो में अपना मुकाम ढूँढे,

सिकन्दर भी मुसाफिर बना दुनिया जीतने के लिए !!����
कहाँ मांग ली थी ''कायनात'' जो इतनी 'मुश्किल' हुई...
...'ऐ खुदा'...
सिसकते" हुए शब्दों में एक "शख्स" ही तो मांगा था.
����शायरी का बादशाह हु और कलम मेरी रानी,

अल्फाज़ मेरे गुलाम है, बाकी रब की महेरबानी !!����
तुझे खो कर, पाने के लिए लिखता हूँ...

आज भी तुझे भूल जाने के लिए लिखता हूँ...!!!
⁠⁠⁠⁠⁠
"जो ज़ख्म दे गए हो आप मुझे;
ना जाने क्यों वो ज़ख्म भरता नहीं;
चाहते तो हम भी हैं कि आपसे अब न मिलें;
मगर ये जो दिल है कमबख्त कुछ समझता ही नहीं।
आ देख मेरी आँखों के ये भीगे हुए मौसम...,
ये किसने कह दिया कि तुम्हें भूल गये हैं हम।
Must Read And Feel
“इश्क़ की दुनिया है जनाब
यहाँ कुछ भी हो सकता है

दिल मिल भी सकता है
और खो भी सकता है

जिसे तुम चाहते हो
किसी और का भी हो सकता है

तुम समझो इबादत
वोह गुनाह भी हो सकता है

बेपनाह मोहोब्बत का
मामूली हाल भी हो सकता है

दोस्त समझो जिसे
वोह रकीब भी हो सकता है

जाम समझो जिसे
वोह ज़हर भी हो सकता है

सुकून समझो जिसे
वोह कहर भी हो सकता है

अपना समझो जिसे
वोह सपना भी हो सकता है

इश्क़ की दुनिया है जनाब
यहाँ कुछ भी हो सकता है✍”॥

▁▂▄▅▆▇█★█▇▆▅▄▂▁
"मेरी यादों की कश्ती, उस समंदर में तैरती है,,
जिसमें पानी, मेरी ही आँखों से भरता है.."
तुझे कोई और भी चाहे इस बात से दिल थोड़ा जलता है, पर फखर है मुझे इस बात पर कि हर कोई मेरी पसंद पे ही मरता है।��
"अय दोस्त मत कर इन हसीनाओं से मोहब्बत;
वह आँखों और बातों से वार करती हैं;
मैंने तेरी वाली की आँखों में देखा है;
वो मुझसे भी प्यार करती है।
'रूह' को जलाती रहती हैं वो 'शिकायतें'...........
जो कभी अपनों ने 'बयां' की होती है
����माना की हम छप ना पाए पुस्तक या अखबारों में,

लेकिन ये क्या कम है की अपनी गिनती है खुद्दारो में !!����
"ताजमहल को देख कर बोला शाहजहाँ का पोता;
ताजमहल को देख कर बोला शाहजहाँ का पोता;
आज अपना भी मोटा बैंक बैलेंस होता;
अगर हमारा दादा आशिक ना होता!
.
�� _हिचकियाँ हमने भी न रोकी ये सोचकर...
        जरा देखें....
कोई किस हद तक हमें याद करता है ....ll.
.
चमक तो एक दिन पत्थर में आ जाती है घिसने से,
मगर इस इल्म से पत्थर कभी शीशा नहीं बनता...!!77
"आँखों में रहा दिल में उतर कर ना देखा;
कश्ती के मुसाफिर ने समंदर ना देखा;
पत्थर मुझे कहता है मुझे चाहने वाला;
मैं मोम हूँ उसने मुझे छु कर ना देखा।
"बिछड़ के तुम से ज़िंदगी सज़ा लगती है;
यह साँस भी जैसे मुझ से ख़फ़ा लगती है;
तड़प उठता हूँ दर्द के मारे, ज़ख्मों को जब तेरे शहर की हवा लगती है;
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किस से करूँ;
मुझ को तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती है।
��दिल को छोड़ के चेहरे की दीवानी हुई है ये दुनिया,

अब समझ में आया की सेल्फी वाले फोन महंगे क्यूँ आते है
"हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने;
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने;
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला;
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने।
"वो रात दर्द और सितम की रात होगी;
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी;
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर;
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी।
.
�� मेरी  समझ   से  बाहर  है,
.
मेरे अंदर बैठा हुआ शख़्स....ll.
.
Jo Mila Waqt To Bulaunga Use
Uske Diye Zakhm Bhi Dikhaunga Use
Uski Ye Tamanna Bhi Puri Karunga Ek Roz
Jab Niklegi Aakhri Saans Bhool Jayunga Use…
Ab bhi taaza hai zakhm seene mein,
Bin tere kya rakha hai jeene mein,
Hum to zinda hain tera sath paane ko,
Warna deir kitni lagti hai zaher peene mein
Dil todne wale ko saja kyu nahi milti
Har kisi ko pyar karne ki dua kyu nahi milti
Log kehte hai ki ishq ek rog hai
To phir “medical store” me iski dawa kyu nahi milti. ☹ ☹
Aapki Yaad Na Aaye, To Hum Bewafa,
Aap Bulao Aur Na Aaye, To Hum Bewafa,
Hume Marne Ke Liye Zeher Ki Zarurat Nahi,
Ek Bar Nazar Fer Lo, Na Mar Jaye To Hum Bewafa!
उसे भूल कर जिया तो क्या जिया ,
दम है तो उसे पाकर दिखा ,
लिख पथरों पर अपनी प्रेम कहानी ,
और सागर को बोल ,
दम है तो इसे मिटाकर दिखा. ❤ ❤ ❤
जहाँ याद न आये तेरी वो तन्हाई किस काम की;
बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की;
बेशक़ अपनी मंज़िल तक जाना है हमें;
लेकिन जहाँ से अपने न दिखें, वो ऊंचाई किस काम की।
भीड़ की आदत नहीं मुझे,
थोड़े में जीना सीख लिया है मैंने,
चन्द दोस्त हैं, चन्द दुआएं हैं,
बस इन खुशियों को गले लगा लिया मैंने । ❤
तेरी मोहब्बत से मुझे इनकार नहीं ,
कौन कहता है जान मुझे तुझसे प्यार नहीं ,
तुझसे वादा है साथ निभाने का,
पर मुझे अपनी साँसों पर ऐतबार नहीं… ❤❤❤❤❤❤
Aakhein kholu toh chehra tumhara ho
Band karu toh sapna tumhara ho,
Maar bhi jau toh koyi gam nahi,
Agar kafan ke badle achal tumhara ho.
Kuch to baat hai tujhme jo tujhe yaad karne ko ji chahta hai.
Kuch khas hai jo tujhe bahon mein bharne ko ji chahta hai.
Hum tere kareeb hain ya nahi ye jante nahi hai magar dilbar.
Fir bhi mohabbat mein hadd se guzarne ko ji chahta hai.
बहुत ☝ #तेज़_दिमाग �� चाहिए
# गलतियाँ_निकालने �� के लिए...
लेकिन # एक☝ #सुंदर_दिल ❤
# होना_चाहिए ☺ # गलतियाँ_कबूल
☝ # करने के लिए ।
#Oyee सुन #Pgli   मानाकी तु #Rani से  #Kam नहि.........मगर,

  उस बात मे भी #Dum  नहि..
             जब तक तेरा #Badasha    हम नहि
हजार शिकायतें है दिल में पर कहूँ किससे,
इधर दिल अपना तो उधर तुम अपने !!
लोगों की बातें सुनकर मुझे छोड़कर जाने वाले,
हम कितने बुरे थे तुम पता तो कर लेते !!
रो रो कर उसने कहा मुझे नफरत है तुमसे,
अगर नफरत ही थी तो फिर वो इतना रोये क्यूँ !!
फ़ोन की " लो बैटरी " वार्निंग ही एकमात्र ऐसी वार्निंग है जिसे हम
.
.
सीरियसली लेते है
उठ के देखिये सुबह का नज़ारा हवा भी हैं ठंडी और मौसम भी हैं प्यारा सो गया चाँद और चुप गया हर एक सितारा कबूल हो आप को, सलामे सुबह हमारा “शुभ दिन “
आँखें खोलो भगवन का नाम लो… सांस लो ठंडी हवा का जाम लो… फिर ज़रा मोबाइल हाथ मैं थाम लो… और हम से 1 दिलकश सुबह का पैगाम लो “सुप्रभात “
जिन मूर्तियों को इंसान बनाते हैं
हम उनकी तो पूजा करते हैं पर जिन्होंने हमें बनाया है
हम उन ��माता-पिता�� की पूजा क्यूँ नहीं करते ?
�� Ajit Chavda ��
*"सफलता* कभी भी *"पक्की"* नही होती और
*असफलता* कभी भी *"अंतिम"* नही होती |
इसलिये अपनी कोशिश को तब तक जारी रखो...
जब तक आपकी *"जीत"* एक *"इतिहास"* ना बन जाये ||

    �� जय जिनेन्द्र ��
�� जय श्री राधे श्याम ��
�� �� शुभ प्रभात ����
☝ एक बार अर्जुन ने श्री कृष्णा से कहा :-

इस दीवार पर कुछ ऐसा लिखो कि,
खुशी में पढूं तो दुख हो और
दुख में पढूं तो खुशी हो.....

प्रभु ने लिखा :-

        *" ये वक्त गुजर जाऐगा "*
" ख्वाब में ही हुए हैं ......... उनसे रूबरू
  वरना चाँद कहाँ ......... किसी के हाथ आता है " !! ❤
और पत्थर # मार के # आज़ादी मांगना वैसे ही है
जैसे # लड़की के बाप को # झापड़ मार के
#लड़की का # हाथ मांगना।��
कडके तो # कडके, फिर भी # नवाब के # लडके .
जो देखे वो भी # भडके और जो # लडकी ना देखे
वो बी # तडपे. ऐसे है हम # खानदानी लड़के।
Q ना # गुरूर करे hum अपने_आप पर, ��
hame_uss__l
adki ने चाहा,
# जिसके_चाहने वाले ★हज़ारो थे.
# उजाले से जिदगी
नही # कटा करती
कई बार # अधेरो_मे
# भी_रहना पड़ता ह
# दुश्मनों �� की # महफ़िल �� में # चल_रही ☝
थी # मेरे_कत्ल �� � �� की # साजिश, ��
# मैं_पहुंचा �� �तो # बोलें_यार �� तेरी
# उम्र �� # बहुत_लम्बी ☝ है ।। �� ��
➡ इस # दुनिया�� का एक �� ही # नियम��
है....!! ��
...
...
" # प्यार �� साथ दे ना ❌ दे, पर ➡ # यार ��
जरूर साथ �� देते हैं "
कभी # मुकाबला �� करना हो ☝ तो # मैदान
�� मे आया करो, # उपर_वाले �� की # कसम
... ☝ # तलवार �� भी # तेरी होगी �� और
# टुकडे भी तेरे ।। �� ��
����मशहूर हो गया हूँ तो ज़ाहिर है दोस्तो इलज़ाम सौ तरह के मेरे सर भी आयेंगे....

����थोड़ा सी अपनी चाल बदल कर चलू सीधे चला तो मुमकिन है पीठ में खंज़र भी आयेंगे...
तुम उदास होते थे तो मेरी रातों की नींद उड़ जाया करती थी,
और आज मैँ उदास हूँ तो तुमने महसूस तक ना किया..!!
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गई है,
खामोशियों की आदत हो गई है,
ना शिकवा रहा ना शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत, जो इन तन्हाईयों से हो गई है..��
न मिल सका कहीं ढूँढ़े से भी निशान मेरा,
तमाम रात भटकता रहा गुमान मेरा ।
मैं घर बसा के समंदर के बीच सोया था,
उठा तो आग की लपटों में था मकान मेरा ।
जुनूँ न कहिए उसे ख़ुद अज़ीयती कहिए
बदन तमाम हुआ है लहूलुहान मेरा ।
हवाएँ ग़र्द की सूरत उड़ा रही हैं मुझे,
न अब ज़मीं ही मेरी है ,न आसमान मेरा ।
तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो
फूलों की दुकानें खोलो, खुशबू का व्यापार करो
इश्क खता है तो, ये खता एक बार नहीं, सौ बार करो
#मेरा_विरोध ☝ करना #आसान_है, ��
पर #मेरा_विरोधी �� बनना #संभव_नहीं, ��
क्योकि ☝ #जब भी #मैं �� #बिखरा_हूँ �� #लोगों �� की #हड्डीया_तोड़ ☝ के #निखरा_हूँ ।। ����
#छोड़ देंगे हम तुझे
बस #इतना बता
दे

#ए____सनम,

कहाँ जाए #हम तेरे इश्क की

अधूरी #दास्ताँ लेकर....

    ��������
❣ _तुम फिर आ गई मेरी शायरी में ....!!_
�� _क्या करूँ ?_��
_न मुझसे शायरी दूर जाती है, न शायरी से तुम.... !!_❣
�� होंठो ने मुस्कुराने से मना कर दिया..
�� आंसुओं ने बेह जाने से मना कर दिया..
☝ एक बार जो �� दिल टूटा �� प्यार में..
फिर ❤ इस दिल ने �� दिल लगानेसे मना कर दिया..?
��✍
❤kitna dard chupa he samira ke dil me kese apna hal.e.dil byan karu❤❤❤
❤ek bar jii bhar ke dekhlo is chere ko tum to may Apne dil ki sarri hasrate puri karlu❤
*ख्वाब मत बना मुझे....सच नहीं होते..*

*साया बना  लो मुझे...साथ नहीं
छोडेंगे*❤��❤
♥बेकार है धड़कना, झूठी है बेक़रारी

वो दिल ही क्या है जिससे एक आह तक न आई♥
अजीब भी वही है , नसीब भी वही है......

दुनिया की इस भीड़ में , करीब भी बस वही है...
भुलने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता ..
मैंने नहीं मेरे ❤ ने चुना है तुम्हे..!!
*ना चाँद #अपना था और ना तू #अपना था ...!!*

*काश #दिल भी #मान लेता की सब #सपना था ...!!*
मेरी बाकी उंगलियां उस उंगली से जलती है..जिस उंगली को पकड़कर मेरी बेटी चलती है....!!!����
आज वो पगली बोली मेरी गली मे Q आये,,,,,,मेने कहा तु मेरे दिल मे आई उसका क्या ,,,, ��
*लोग बुरे नहीं होते......*

*बस आपके मतलब के नहीं होते....*

*इसलिए बुरे लगते है......��*
*मिलेगा क्या दिलों में नफरतें रख कर,,,,,पगली*
*बड़ी अनमोल है ज़िन्दगी प्यार करते करते गुजार दो,,,,,��*
�� बिन देखे ही तेरा यूँ मोहब्बत करना मुझसे.
बस तेरी यही चाहत ही तो मेरा नसीब है.����
“तेरे ही किस्से...तेरी ही कहानियाँ मिलेंगी मुझमें...,
मैं कोई अख़बार नहीं...जो रोज़ बदल जाऊं...।”
����

वो कहते है भुला देना पुरानी बातों को,


कोई समझाए उन्हे की ईश्क कभी पुराना नहीं होता !!


����
����

कबका छोड़ दिया हमने लोगों के पीछे चलना,

जिससे जितनी मोहब्बत की उसने उतना गिरा हुआ समझा हमे !!

����
MUJE APNI ROOH MEIN BASA LE “aye sanam“
KE DIL-O-JAAN KE RISHTEY TO AKSAR THOTH JAYA KARTE HAIN!!!
सुनो पगली
तेरे मेरे दरमियान जो फासला है उन्हें मिटाने का वक़्त आ गया है,
क्योंकि मेरी जान अब
तेरे घर बारात लेके आने का वक़्त आ गया है।
Insaan na kuch hass ke sikhda..
Na kuch roo ke sikhda..
Jdo v kuj alag sikhda ta..
Ja ta kise da ho ke sikhda,
Ja fir kise nu kho ke sikhda.
खुल चूका है नेत्र तीसरा शिव शम्भू त्रिकाल का,,,
इस कलयुग में वो ही बचेगा जो भक्त होगा महाकाल का...��������
कारवां-ए-ज़िन्दगी हसरतों के सिवा कुछ भी नहीं..
ये किया नहीं, वो हुआ नहीं, ये मिला नहीं, वो रहा नहीं..
ना तो जाहिल रहे, ना काबिल हुए...
तेरे मरकज़-ऐ-इल्म में ऐ ज़िन्दगी,
हम तो खामखा ही दाखिल हुए.